Wednesday, October 27, 2010

जिला कलेक्‍टर स्‍तरीय जन सुनवाई


प्रार्थी रमेश कुमार सुथार द्वारा दिनांक 17-5-2007 को जिला कलेक्‍टर स्‍तर पर हो रही जन सुनवाई में एक आवेदन पत्र पेश अपनी जमीन से सम्‍बन्धित सभी दस्‍तावेजों की नकलें चाही गई|
नगर पालिका भीनमाल ने येनकेन प्रकारण प्रार्थी को नकलें देना नहीं चाहता था| आखिर में दिनांक 15-10-2007 (पत्र क्रमांक-नपाभी/5221/07) को नगर पालिका भीनमाल ने नकलें उपलब्‍ध नहीं कराने का कारण यह बताया कि ‘उपलब्‍ध होने पर दी जायेगी’ एवं दिनांक 18-6-2008 (पत्र क्रमांक-नपाभी/1708/08) को नगर पालिका ने लिखा की – ‘परन्‍तु रेकर्ड 38-40 वर्ष पुराना होने से उपलब्‍ध नहीं हो पा रहा है’
नगर पालिका के इस तरह के जवाब मिलने पर श्रीमान् उपखण्‍ड अधिकारी भीनमाल ने दिनांक 23-8-2008 (पत्र क्रमांक-जनसुनवाई/08/6316) ने नगरपालिका को लिखा कि- आप द्वारा प्रासंगिक पत्र के द्वारा इस कार्यालय को अवगत कराया है कि वांछित प्रकरण में चाही गई नकलों का रेकार्ड 38-40 वर्ष पुराना होने से उपलब्‍ध नहीं हो पा रहा है| इस क्रम में लेख है कि अभी हाल ही में आपके नगर पालिका कार्यालय से सेवानिवृत वरिष्‍ठ कर्मचारी श्री नैनाराम बंजारा सेवानिवर्त हुये है उक्‍त सेवानिवृत कर्मचारी भूमि सम्‍बन्‍धी एवं अन्‍य पालिका का महत्‍वपूर्ण कार्य भार देखता आ रहा है| अतः उक्‍त सेवानिवृत कर्मचारी द्वारा अपने जिम्‍मे का चार्ज सेवानिवृत होने से पूर्व पालिका कर्मचारी को उक्‍त प्रकरण से सम्‍ब‍न्धित पत्रावली दर्ज है तो परिवादी श्री रमेश कुमार सुथार को उक्‍त पत्रावली की नकलें उपलब्‍ध करावाई जाना सुनिश्चित करे| यदि उक्‍त प्रकरण से सम्‍बन्धित पत्रावली चार्ज रिपोर्ट में अंकित नहीं है तो यह सुनिश्चित करे| यदि उक्‍त प्रकरण से सम्‍बन्धित पत्रावली चार्ज रिपोर्ट में अंकित नहीं है तो यह सुनिश्चित करे कि उक्‍त पत्रावली तत्समय किसके चार्ज में रही तथा किस कर्मचारी द्वारा चार्ज आदान-प्रदान की सूची से भलीभाति स्‍पष्‍ट हो जायेगा| फिर भी यदि उक्‍त पत्रावली उपलब्‍ध होना सम्‍भव नहीं हो पाने की स्थिति में तत्समय उक्‍त पत्रावली जिस कर्मचारी के चार्ज में रही है| उक्‍त कर्मचारी के विरूद्व पुलिस थाना में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई जाकर स्थिति स्‍पष्‍ट की जावे ताकि लम्‍बे समय से चल रहे जिला स्‍तरीय जन सुनवाई प्रकरण संख्‍या 496/07 दिनांक 17-05-2007 का निस्‍तारण किया जा सके|
कृपया उक्‍त पत्र को सर्वोच्‍च प्राथमिकता देवें|

9 comments:

  1. इस तरह की लापरवाही चिंताज़नक है...आशा है आपको जल्द ही ये सूचना मिलेगी.....

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  2. sochane wali bat hai sabhi deshwasiyo ke liye. her jagh yahi hal hai.

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  3. चिंताज़नक है ये सूचना !!

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  4. SDM ka oder aapake favour mein hai lakin suchanayen nahi milana bahut hi chintajanak bhi hai parantu isi tarah date raho suchana milegi Himmat nahi harani hai
    Zindabad

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  5. Wo to yahi chahenge ki aap suchna na lo. keep it.

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  6. चिंताज़नक है ये सूचना !!

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  7. true picture of all govt offices n kam chori, nikaam pan, corruption etc.. when corruption is in PMO, PM,FM, HM,SONAI N THEIR ALL MINSITERS, CMS , GOVERNORS R CORRUPT, THEN HOW CAN U EXPECT OTHERS TO BE HONEST.. I HVE WRITTEN SEVERAL TIMES ON ACE BOOK N THRU OTHER PLATOFRMS THAT WE NEED TO UNITE ALL , PATICUALRLY MAKE POORERS UNDERSTAND WHO R RESPONSIBLE FOR THEIR CONDITION , WHY NOT THEY CAN S ALSO HVE GOOD LIVING CONDITION, DRE4SSES, FOOD, ATLEAST 105 OF WHAT RAHUL, SONIA N PM, THEIR MINISTERS OR M.PS R EATING N EJOYING 7 STAR LUXURY ON POORS PUBLIC FUND FRM YR 1947 N MAKING FOOLS TO 1.20 BILLION INDIANS.. THEY DAY MAJORITY WILL UNDERSTAND IT, THIS WILL FINISH, U ALL HVE TO MAKE MAJORITY UNDERSTAND THIS BASIC FUNDAS FOR ALL PROBLEMS CREATED BY FEW POLITICIANS IN NEXUS WITH CORRUPT PUBLIC SERVANTS IN MINISTRY N COURTS / OFFICES ETC...

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  8. इस तरह की घटनाओं से सरकारी कार्यालयों की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है| कैसे किसी भी कार्यालय पे विश्वास किया जा सकता है? जहां पे कागजे सुरक्षित नही रहती वहाँ पे और क्या बचा रह पायेगा?

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